आदरणीय ,क्या अप समझते है कि इस तरह से दलालों पर रोक लगेगी ?
बल्कि उनके मुनाफे में और इजाफा होगा ,कैसे
श्री मान,चाहे तत्काल हो या साधारण जो भी घोटाला हो रहा है सब स्टेशन से निकले टिकेट पर ही होता है न कि इंटरनेट एजेंट के टिकेट पर बल्कि 8 से 10 बजे तक एजेंटो पर रोक से ग्रामीण क्षेत्र के यात्रियों को असुविधा ही होगी क्यों कि ग्रामीण क्षेत्र में न तो हर आदमी कम्पूटर व् इंटरनेट लिए बैठा है और जो लोग स्टेशन से 40 -50 km दूर है वह सुबह चलकर स्टेशन पर लाइन में भी लग सकता नहीं और 10 बजे तक उसके लिया तत्काल में स्टेशन पर सक्रिय दलाल कुछ छोड़ते नहीं ,और स्टेशन पर कुछ कर लो मिली भगत के चलते आप दलालों पर लगम नहीं लगा सकते बल्कि यदि यह सुविधा स्टेशन के साथ ही इंटरनेट एजेंट को भी मिले तो घोटालों को कम किया जा सकता है क्यों कि कोई भी एजेंट अपना पैसा फसा कर बिना मांग (ग्राहक द्वारा ) टिकेट कर के नहीं रख सकता क्यों कि एजेंट की टिकेट पर i d हर हाल में आवश्यक है जबकि स्टेशन के दलाल तो टी टी तक को गांठ कर रखते है और पचास रु में आइ दी का झंझट ख़तम जो की ग्राहक की ही जेब से जाये गा
तो अब घोटाले बढ़ेंगे या कम होंगे बस यूँ समझ लें के स्टेशन का तत्काल पहले सौ रु एक्स्ट्रा पर मिलता था अब दो सौ खर्च करने को तैयार रहिये ,
(मै करने तो जा रहा था किसी लेख पे प्रतिक्रिया पर बड़ी हो गई तो सोचा पोस्ट ही कर दूँ )
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